जब किसी बड़ी फिल्म का लंबे समय से इंतजार हो रहा हो, तो उम्मीदें भी उसी लेवल की होती हैं। Thug Life जैसी फिल्म, जिसमें कमल हासन जैसे कलाकार हों, दर्शकों को रोमांच देने का वादा करती है। लेकिन जब मैंने फिल्म देखनी शुरू की, तभी अहसास हो गया कि कुछ तो गड़बड़ है। थिएटर लगभग खाली थे और माहौल भी फीका-सा लग रहा था। इस रिव्यू में जानिए कि Thug Life आखिर कहां चूक गई और क्यों ये दर्शकों को बांध नहीं पाई।
फिल्म की कहानी: क्या थी खास?
Thug Life की कहानी गैंगस्टर दुनिया पर आधारित है, जो पहले कई बार फिल्मों में दिखाई जा चुकी है। कहानी में एक गैंगस्टर की वजह से एक पिता की मौत हो जाती है, और फिर वो गैंगस्टर उस मरे हुए इंसान के बच्चे को अपना लेता है। समय के साथ वो बच्चा बड़ा होता है और उसी गैंगस्टर से बदला लेना चाहता है जिसने उसे पाला था। सुनने में ये कहानी दिलचस्प लग सकती है, लेकिन स्क्रीन पर इसे जिस तरह दिखाया गया है, वो बिल्कुल भी असरदार नहीं है।
कास्ट और टीम: नाम बड़े लेकिन...
इस फिल्म में कई बड़े नाम जुड़े हुए हैं। कमल हासन लीड रोल में हैं, संगीत दिया है ए.आर. रहमान ने, और प्रोडक्शन में मणिरत्नम जैसे दिग्गज जुड़े हैं। साथ ही रोहित सराफ, सान्या मल्होत्रा और अली फज़ल जैसे कलाकार भी नजर आते हैं।
लेकिन इतने नामी चेहरे होने के बावजूद फिल्म कुछ खास असर नहीं छोड़ पाई। सवाल उठता है – आखिर चूक कहां हो गई?
कमज़ोर कड़ियाँ: क्यों नहीं जमी फिल्म?
सबसे बड़ा कारण है कि फिल्म में कुछ नया नहीं है। कहानी बेहद आम-सी लगती है। दर्शक कुछ अलग और ताज़ा देखने की उम्मीद करते हैं, जो इसमें नहीं मिलता। कमल हासन की एक्टिंग हमेशा की तरह दमदार है, लेकिन उनके किरदार को गहराई नहीं दी गई। दर्शकों को समझ ही नहीं आता कि वो किरदार असल में कैसा है, जिससे कहानी का असर कम हो जाता है।
फिल्म की रफ्तार भी बहुत धीमी है। करीब 2.5 घंटे की लंबी फिल्म में खासकर पहला हिस्सा बहुत ही स्लो चलता है, जिससे बोरियत महसूस होती है। आज के समय में लोग तेज़ और टाइट कंटेंट चाहते हैं, और ये फिल्म उस कसौटी पर खरी नहीं उतरती।
दर्शकों की सोच: अब क्या चाहते हैं लोग?
आजकल लोग नेटफ्लिक्स, यूट्यूब या छोटे वीडियो एप्स पर कुछ ही मिनटों में मनोरंजन पा लेते हैं। "The Revenge of the Fake Boyfriend" जैसे शोज़ दिखाते हैं कि कम समय में भी मजेदार कहानियाँ कही जा सकती हैं। ऐसे में Thug Life जैसी लंबी और धीमी फिल्में लोगों की रुचि खो बैठती हैं।
पुरानी फिल्मों से तुलना: कमल हासन की पहले की फिल्में बेहतर थीं
जब मैंने इस फिल्म को देखा, तो खुद-ब-खुद कमल हासन की पुरानी फिल्में याद आ गईं, जैसे Indian और Kalki। इन फिल्मों में कहानी मज़बूत थी, और किरदारों की भावनाएं भी अच्छे से जुड़ती थीं। लेकिन Thug Life में सब कुछ बिखरा-बिखरा सा लगता है। किरदारों के इरादे और भावनाएं अधूरी-सी हैं, जिससे कहानी में जुड़ाव नहीं बन पाता।
म्यूजिक: A R रहमान का जादू भी नहीं चला
ए.आर. रहमान का नाम सुनते ही दिल में उम्मीदें जग जाती हैं, लेकिन इस फिल्म का संगीत बहुत फीका रहा। एकमात्र गाना जो थोड़ा-बहुत अच्छा लगा, वो श्रुति हासन की आवाज़ में था, पर वो भी बस एक हल्की सी राहत की तरह महसूस हुआ।
एक बड़ा मौका जो गंवा दिया गया
कुल मिलाकर देखा जाए तो Thug Life एक बड़ी निराशा रही। मैं इसे 5 में से सिर्फ 2 स्टार ही दूंगा। जहां आज की फिल्मों को नया, रोमांचक और जल्दी असर करने वाला होना चाहिए, वहीं ये फिल्म दर्शकों को जोड़ने में नाकाम रही। इतनी बड़ी स्टारकास्ट और अच्छे आइडिया के बावजूद अगर फिल्म नहीं जमी, तो यकीन मानिए कि सिर्फ नाम बड़े होना ही काफी नहीं होता।
आपका क्या ख्याल है Thug Life के बारे में? क्या फिल्म आपकी उम्मीदों पर खरी उतरी या फिर एक और फिल्म थी जो कुछ खास नहीं कर पाई? नीचे कमेंट में जरूर बताइए।
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